22 September 2017

याद ना आए..............

जिसमे याद ना आए वो तन्हाई किस काम की,
बिगड़े रिश्ते ना बने तो खुदाई किस काम की,
बेशक इंसान को ऊंचाई तक जाना है,
पर जहाँ से अपने ना दिखें वो उँचाई किस काम की।


कवि : श्री अनुभव शर्मा 

21 September 2017

कहते है दोस्त मुझसे....................

कहते है दोस्त मुझसे के तू कितना खुश नसीब है,
तू शायरी लिखता है,
आज मैं कहता हूँ रब किसी को शायर न बनाये
इस हुनर को पाने मे बड़ा दर्द होता है

कवि : श्री अनुभव शर्मा

Search This Blog