आँखे झीलों की तरह होंठ गुलाबो जैसे
अब भी होते है कई लोग किताबो जैसे
अब भी होते है कई लोग किताबो जैसे
कवि सम्मेलनों के मंच पर अपनी अपनी विधा में कवि अनुभव शर्मा का कोई सानी नहीं है। देश के चुनिंदा मंच संचालकों में अनुभव शर्मा शुमार करते हैं। अनुभव शर्मा देश के उच्चकोटि के कवियों में गिने जाते हैं जिनकी उपस्थिति ही मंच को गरिमा प्रदत्त कर देती है। आइये एक भेंट करते हैं ऐसे शानदार कवि से.…।
कुत्ते भोंकते हे अपना वजूद बनाये रखने के लिये ,,
और लोगो की खामोशी हमारी मौजूदगी बया करती हे ।।