21 February 2021

मेहंदी की जगह मैंने लहू निचोड़ दिया। अनुभव शर्मा

 अपने नाम में मेरा नाम जोड़ दिया,

फिर जाने क्यों ये रिश्ता तोड़ दिया।


जा चुके हैं अब सभी मेरी जिंदगी से ,

हैरत तो तब हुई जब तूने छोड़ दिया।


हाल ऐ दिल की किताब लगा लिखने,

तेरा जिक्र आया तो पन्ना मोड़ दिया।


सूने हाथ लेकर बैठी थी वो मंडप में,

मेहंदी की जगह मैंने लहू निचोड़ दिया।


© अनुभव शर्मा



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