मेरी तन्हाइयों में तेरी याद का सैलाब कुछ यूँ आया,
तू जब बीते हुए लम्हे-सा मेरे सामने आया,
मुस्कुराकर सनम ने नजर फेरली हमसे जब,
लगा पुराने जख़्म पर कोई नमक छिड़क आया।
© कवि अनुभव शर्मा
#kavianubhav #kavianubhavsharma Kavi Anubhav Sharma
तू जब बीते हुए लम्हे-सा मेरे सामने आया,
मुस्कुराकर सनम ने नजर फेरली हमसे जब,
लगा पुराने जख़्म पर कोई नमक छिड़क आया।
© कवि अनुभव शर्मा
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