20 January 2021

तुमसे बेहतर होगा कौन - अनुभव शर्मा

 लोग कहते हैं बेहतर सोचों,

मैंने सोचा तुम्हें सोचूं,

तुमसे बेहतर होगा कौन।


सत्य असत्य के भंवरजाल में,

फसने से बेहतर है मौन।


- अनुभव शर्मा



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