गंगाजल सा पावन तेरा प्यार अनूठा है मेरी माँ - कवि अनुभव शर्मा
माँ
गंगाजल सा पावन तेरा प्यार अनूठा है मेरी माँ,
ममता के वात्सल्य का अद्भुत संगम है मेरी माँ,
जिन गलती को माफ़ी नहीं उन गलती को भी माफ़ करती है,
तुझको गंगाजली जो कह दूँ कोई अतिशयोक्ति नहीं है माँ,
(कवि अनुभव शर्मा)
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