8 June 2019

"बस अब और नहीं ..."

फिलहाल में हुई अलीगढ़ की घटना पर निशब्द हूँ। अभी सचिन व्यास 'बुंदेली की पंक्ति पढ़ी की 
"कोख घर गलियाँ मोहल्ला हर कोई दुश्मन बना।
ऐ खुदा तू ही बता अब बेटियाँ जायें कहाँ ।।"
गुनाह किसी मज़हब का नहीं। #आशिफ़ा और #ट्विंकल दोनों हमारी बेटी थी। जो लोग इसे धर्म से जोड़ रहे है वे निंदा के पात्र है। इस हृदय विदारक घटना को देखकर हृदय से बस एक बात निकलती है की - "बस अब और नहीं ..."
आपने यदि कोई लेख या रचना लिखी हो तो हमे अवश्य भेजे। 
हम उसे अपने संकलन "बस अब और नहीं ..." में सम्मलित करेंगे। यह संकलन इ-बुक प्रारूप में रहेगा जिसके लिये कोई भी शुल्क नहीं लिया जायेगा।
तो जल्द भेजे sajhasangrah@gmail.com या आप हमे व्हाट्सप्प भी कर सकते है - 9520813908
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धन्यवाद


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